केंद्रीय विद्यालय गीत
भारत का स्वर्णिम गौरव केंद्रीय विद्यालय लायेगा,
तक्षशिला नालंदा का इतिहास लौटकर आयेगा ||
शिक्षा - उपवन, के नए फूल,
संस्कृति सरिता के नए कूल,
हम ज्योति दीप जागृत प्रबुद्ध,
हट जाओ ताम के धूल- शूल ||
‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ का मंत्र विश्व में छाएगा ||
तन अनेक पर एक प्राण,
स्वर अनेक पर एक गान,
हम कण कण पर छा जायेंगे,
बन कर भारत का स्वाभिमान ||
‘तत त्वं पूषन अपावृणु’ का छंद ज्योति बरसायेगा ||
आओ मिल संकल्प करें,
अब बढ़ने का संकल्प करें,
अपना बलिदान सफल होगा,
भारत उपवन खिल जायेगा ||
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