पंजाबी गीत
असी देश दी चढ़दी लाली
सत्तो रुत बहाराँ
हर दिन दियाँ लुहाराँ नवियाँ ||
नवियाँ मौज मल्हाराँ ||
भटक हलोरे पोटे- पोटे
चौकडियां पर दे हर नोटे
नच्चदियां टप्पदियां डारां
ओह आई सखियाँ दी टोली
ओह आई मितरांदी टोली
हर कोई बोले प्यारी बोली
गुटकण जिवें गुटाराँ ||
असी हाँ कुल दुनियाँ दे सांझे
मैले मन नफरत तो वाँझे
गभरू ते मुटियारा ||
दुनिया भर दे दिल नूँ मोहिये
दुनियां दे सेहरे विच सोहिये
ज्यूँ सोने दियाँ ताराँ ||
{पंजाबी गीत का हिंदी अनुवाद}
हम देश की लालिमा हैं,जो सभी ऋतुओं में बहार लाती है|
हर दिन की मौज मस्ती नयी है |हिरण चौकरियाँ भरते हैं ,टहनियाँ झूमती हुई नाचती हैं |
सहेलियों और मित्रों का झुंड प्यारे बोल बोलते हुए हँसी ठिठोली करता है जैसे कबूतर गुटर-गूं कर रहे हों |
हम सारे संसार के साँझे है |नौजवान लड़के-लड़कियों के मन में मैल और नफरत नहीं है |दुनिया के दिल को अपने प्यार से मोहित कर लेते है|दुनियाँ के सेहरे में सोने की तारों के सामान है |
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